पिता के हाथ के निशान | प्रेरक शैक्षिक हिंदी कहानी ओम शांति!
पिता के हाथ के निशान, आज की कहानी पिता जी बूढ़े हो गए थे और चलते समय दीवार का सहारा लेते थे। नतीजतन, दीवारें जहाँ भी छूती थीं, वहाँ रंग उड़ जाता था और दीवारों पर उनके उंगलियों के निशान पड़ जाते थे। मेरी पत्नी ने यह देखा और अक्सर गंदी दिखने वाली दीवारों के […]