अब समय आ गया है कि हम पार्टियों को नही अच्छे प्रत्याशी को वोट देने की परंपरा बनाएं
जिससे अच्छे, सच्चे प्रतिनिधि चुने जाए, और पार्टी के नाम आए नकारा लोगों को छोड़ें। समय के साथ चलने का नाम समझदारी हैं, जो लोग परिवर्तन को नही स्वीकारते है वो दुनियां से बहुत पीछे पिछड़ जाते हैं। भारत में लोकतांत्रिक प्रक्रिया भी इसी दौर में पहुंच गई हैं कि उस की परिपक्वता के लिए […]