After Diwali Natural Home Remedies for Cough –
खांसी के घरेलू नुस्खे
दिवाली का त्यौहार खुशियों, रोशनी और मिलन का प्रतीक है, लेकिन इसी समय हवा में बढ़ता धुआं और प्रदूषण हमारी सेहत के लिए खतरा बन जाता है। हर साल दिवाली के बाद कई लोग खांसी, जुकाम, गले में जलन और सांस लेने में तकलीफ जैसी बीमारियों से परेशान हो जाते हैं। विशेष रूप से जिन लोगों की इम्यूनिटी (Immunity) कमजोर होती है, उन्हें ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत होती है।
पटाखों के धुएं का असर
पटाखों से निकलने वाला धुआं सल्फर, नाइट्रेट और कार्बन कणों से भरा होता है। यह धुआं हवा में मौजूद धूल के साथ मिलकर सांस की नलियों (Respiratory Tract) को प्रभावित करता है।
नतीजा — खांसी, गले में खराश, आंखों में जलन, और अस्थमा के मरीजों में परेशानी बढ़ना।
बच्चे, बुजुर्ग और पहले से बीमार लोग इस समय सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं।
इन बातों का रखें ध्यान (2–4 दिन विशेष सावधानी)
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पटाखों से दूरी बनाएं – शोर और धुआं दोनों फेफड़ों के लिए नुकसानदायक हैं।
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मास्क पहनें – बाहर निकलते समय N95 या कपड़े का दोहरा मास्क लगाएं।
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️ घर में एयर प्यूरीफायर या तुलसी का पौधा रखें – हवा को स्वच्छ बनाता है।
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गुनगुना पानी पिएं – दिनभर में 7–8 गिलास गर्म पानी से गला साफ रहता है।
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अदरक, तुलसी और शहद की चाय पिएं – यह खांसी और गले की जलन में राहत देती है।
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Vitamin-C वाले फल जैसे नींबू, आंवला, संतरा आदि खाएं – इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं।
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स्टीम इनहेलेशन (भाप लेना) – सुबह और रात में 5 मिनट भाप लें, सांस की नलियां साफ रहती हैं।
दिवाली जरूर मनाएं, लेकिन अपनी सेहत की कीमत पर नहीं।
इस समय हवा में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है, इसलिए अगले 2–4 दिनों तक विशेष रूप से ध्यान रखें।
साफ हवा में रहें, पौष्टिक भोजन करें, और जरूरत महसूस हो तो डॉक्टर से परामर्श लें।
स्वस्थ रहें, सुरक्षित रहें — यही है सच्ची दिवाली की खुशी।
अब आप जानिए खांसी से बचने के घरेलू नुस्खे – Home Remedies for Cough
शहद और गुनगुना पानी –
शहद में एंटीबैक्टीरियल और soothing गुण होते हैं जो गले की जलन को शांत करते हैं।
1 चम्मच शहद को एक गिलास गुनगुने पानी में मिलाकर दिन में दो बार पिएं।
यह खासकर रात को सोने से पहले बहुत असरदार होता है।
अदरक की चाय –
अदरक में anti-inflammatory गुण होते हैं जो खांसी को कम करते हैं।
कुछ ताज़े अदरक के टुकड़े एक कप पानी में 5–7 मिनट तक उबालें, फिर थोड़ा शहद डालकर पिएं।
यह सूखी और बलगमी दोनों तरह की खांसी में फायदेमंद है।
हल्दी वाला दूध –
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन (Curcumin) एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है।
½ चम्मच हल्दी पाउडर को एक गिलास गर्म दूध में मिलाकर रात को पिएं।
यह गले की सूजन कम करता है और नींद में भी मदद करता है।
भाप लेना (Steam Inhalation) –
भाप लेने से बलगम ढीला होता है और सांस की नलियां साफ होती हैं।
गर्म पानी में 2–3 बूंदें नीलगिरी या पुदीने के तेल की डालें और 5–10 मिनट तक भाप लें।
दिन में दो बार ऐसा करने से congestion और खांसी में राहत मिलती है।
तुलसी और काली मिर्च की चाय –
तुलसी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है और काली मिर्च कफ को बाहर निकालने में मदद करती है।
5–6 तुलसी के पत्ते और एक चुटकी काली मिर्च को एक कप पानी में उबालें और गर्म-गर्म पिएं।
यह गले की खराश और खांसी में बहुत फायदेमंद है।
लहसुन और शहद –
लहसुन में प्राकृतिक एंटीबायोटिक गुण होते हैं जो बैक्टीरिया को खत्म करते हैं।
2–3 लहसुन की कलियाँ कुचलकर एक चम्मच शहद में मिलाएं और कच्चा खा लें।
यह स्वाद में थोड़ा तीखा जरूर है, लेकिन बहुत असरदार नुस्खा है।
नमक के पानी से गरारा –
गर्म नमक के पानी से गरारा करने से गले की सूजन और बैक्टीरिया दोनों कम होते हैं।
½ चम्मच नमक को एक गिलास गुनगुने पानी में मिलाएं और दिन में 2–3 बार गरारा करें।
यह गले की खराश और खांसी दोनों के लिए सबसे पुराना और असरदार उपाय है।
और इसके साथ साथ आप:-
दिनभर गुनगुना पानी पीते रहें, ठंडी चीज़ें और तले हुए खाद्य पदार्थों से बचें। अगर खांसी 10 दिनों से ज्यादा रहे, तो डॉक्टर से ज़रूर संपर्क करें।